अरे....! मैम, मैंने जैसा सोचा था... आप तो वैसी बिलकुल नहीं हो!" अरे....! मैम, मैंने जैसा सोचा था... आप तो वैसी बिलकुल नहीं हो!"
दूसरा मुझे अपनी भाषा को मीठी चाशनी चढ़ा कर पेश करना होगा। दूसरा मुझे अपनी भाषा को मीठी चाशनी चढ़ा कर पेश करना होगा।
मेरी कोई लगती है या नहीं, किंतु मैं किसी भी स्त्री के प्रति ऐसी-वैसी बात सहन नहीं कर सक मेरी कोई लगती है या नहीं, किंतु मैं किसी भी स्त्री के प्रति ऐसी-वैसी बात सहन नही...